यह रिश्ता क्या कहलाता है क्या आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अक्षय मंजरी और सभी फैमिली को भी बहुत बड़ी फाइट हो जाती है
और आप देखेंगे कि मंजूरी न जाने कितना सुना दी है अक्षरा को लेकर अक्सर एक भी शब्द नहीं बोलती है और फिर आप देखेंगे कि अभिमन्यु आरोही और सभी घरवाले वहां पहुंच जाएंगे
और फिर आप देखेंगे कि मनीष एसोसिएशन पूछता है कि हमारी ऐसी क्या गलती हो गई कि तूने हमसे भी यह सब छुपाया तुम अपने ससुराल वाले को नहीं कह सकती लेकिन अपने मायके वालों को तो कह सकती है ना लेकिन फिर भी तुमने हमको भी कुछ नहीं बताया ऐसा क्यों किया तुमने और आज हम मंत्री जी को कुछ भी मुंह दिखाने के लायक नहीं छोड़ा हमको
फिर दादी और स्वर्ण भी अक्षरा को बहुत सुनाते हैं और फिर अभिमन्यु को रोकने की कोशिश करता है लेकिन मंजूरी रुकती नहीं है और
वह अक्षरा को बहुत सुनाती है और कहती है कि मैं अपने पोते को उसके घर लेकर जाऊंगी मुझे भी हक है उसे प्यार करने का और अभिमन्यु को भी हक है उसे पापा कहने का और यह तुमने बहुत गलत किया कि तुमने अपने बच्चे को सिर्फ अपना माना उस पर हम सब का भी हक है क्योंकि वह हमारे घर का चिराग है और
फिर वह अभिनव को सुनाती है की अक्षरा के साथ-साथ तुमने भी बहुत गुनाह किया है सभी लोग पैसे चुराते हैं लेकिन तुमने तो एक बाप से अपने बेटे को चुराया है तुम्हें जरा भी अहसास नहीं हुआ कि तुम्हें क्या लगेगा जब तुमने दूसरे के बच्चे को गले लगाया है और फिर आप देखेंगे कि अभिनव भी कुछ नहीं बोलता
फिर कह देगा कि मुझे यह सब पता था लेकिन मैंने ना बोला था कि किसी से नहीं कहना है क्योंकि बहुत बड़ा ड्रामा हो जाएगा फिर मैंने उन दोनों पर बहुत चिल्लाएगा तो भी मंत्री कहेगी नहीं मैं मेरे पोते को मेरे घर लेकर ही जाऊंगी
और फिर आप देखेंगे कि अक्षरा कहती है कि अगर आपको सच ही सुनना है तो आपको सच सुनने की ताकत है तो सुनिए फिर वह शुरू से लेकर सुनाती है कि उसके साथ क्या-क्या हुआ था वह एक औरत होकर भी एक औरत का दर्द नहीं समझ सकती हो एक होकर भी एक मां का दर्द नहीं समझ सकती है तो उसे उतना पोते लेने के लिए आने की कोई जरूरत नहीं है
और फिर वह अभिनव को गिरा हुआ इंसान बोलती है तो अक्षरों से कहती है कि आज अभी नहीं होते ना तो आपका पोता भी यहां पर नहीं होता क्योंकि उन्होंने अपने कार्य अपने अभी की जान बचाई है अगर वह नहीं होते ना तो आज वह जिंदा नहीं होता
और फिर आने वाले एपिसोड में आप देखेंगे कि बात बाद में अक्षरा वह बात बात में अक्षरा अपनी बात बोल देगी कि वह लोग सिर्फ पति-पत्नी बनने का नाटक कर रहे थे असल में सिर्फ वह मां बाप बनने असल में वह सिर्फ मां बाप बन कर रह रहे थे क्योंकि उनके बीच कुछ भी रिलेशनशिप या लव शिप नहीं था.